Wednesday, 24 June 2020

9. Subject and Its Gender


प्रिय पाठकों  
नमस्कार।
 
Subject  आधारित Blogs में अभी तक हमने  Subject-Number और  Subject-Person के बारे में बात की  है। आज हम Subject को Gender के सन्दर्भ में देखेंगे। Gender (जेंडर/लिंग) के सन्दर्भ में देखने पर हम पाते हैं कि Subject को अग्रलिखित तीन genders में विभाजित किया जा सकता है:

A.    Feminine Gender     (स्त्रीलिंग)
B.    Masculine Gender    (पुल्लिंग)
C.    Common Gender      (उभयलिंग )
D.    Neuter Gender          (नपुंसकलिंग) 

A.     Feminine Gender (स्त्रीलिंग):
         जब वाक्य का कर्ता, स्त्रीलिंग का द्योतक हो तो ऐसे कर्ता को Feminine Subject कहा जाता है।              
         उदाहरणार्थ

    1.    She is a great novelist.
    2.    Samvedana donated all her property in charity.
    3.    The lioness was sleeping on the grass.

        उपरोक्त वाक्यों में Subject "She," "Samvedana," एवं "the lioness" हैं और ये सभी feminine
        gender (स्त्रीलिंग)  के Subject हैं। 

B.    Masculine Gender (पुल्लिंग):
        जब वाक्य का कर्ता, पुल्लिंग का द्योतक हो तो ऐसे कर्ता को Masculine Subject कहा जाता है।
        उदाहरणार्थ:

    1.    He was a great dramatist.
    2.    Somdev donated all his property in charity.
    3.    The tiger ran very fast.

        उपरोक्त वाक्यों में Subject "He," "Somdev," एवं "the tiger" हैं और ये सभी masculine gender
        (पुल्लिंग ) के Subject हैं। 

C.    Common Gender (उभयलिंग ):
        जब वाक्य का कर्ता, स्त्रीलिंग एवं पुल्लिंग दोनों को समाहित करता हो तो ऐसा कर्ता comon gender
        subject कहलाता है अर्थात जब वाक्य का कर्ता, स्त्रीलिंग एवं पुल्लिंग दोनों अथवा दोनों में से किसी का भी 
        द्योतक हो तो ऐसा कर्ता comon gender subject कहलाता है। उदाहरणार्थ:

    1.    Children are playing in the garden.
    2.    Parents were invited to attend the meeting.
    3.    Teachers teach students.

        उपरोक्त वाक्यों में Subject "Children," "Parents," एवं " Teachers" हैं और ये सभी masculine और
        feminine दोनों ही genders के Subjects को दर्शाते हैं अर्थात children/parents/teachers, male
        और female दोनों ही के लिए प्रयुक्त हो सकता है। 

D.    Neuter Gender (नपुंसकलिंग):
        जब वाक्य का कर्ता किसी भी प्रकार की लैंगिक पहचान को धारण न करता हो अर्थात कर्ता न तो स्त्रीलिंग का
        हो और न ही पुल्लिंग का तो ऐसा कर्ता  Neuter Gender Subject कहलाता है।  उदाहरणार्थ:

    1.    Your story is very interesting.
    2.    Walking is a good exercise.
    3.    This box contains many valuable things.

        उपरोक्त वाक्यों में Subject "Your story," Walking," एवं " This box" हैं और ये सभी Subjects,     
        Gender Identity (लैंगिक  पहचान) से परे है अर्थात ये Subjects न तो स्त्रीलिंग और न ही पुल्लिंग पहचान
        को धारण करते हैं।  ऐसे Subject, Neuter Gender Subject कहलाते हैं। 
 
आगे के ब्लॉग्स में हम Subject की चर्चा  Noun, Pronoun एवं विभिन्न cases (Nominative, Possessive एवं Objective Cases) के सन्दर्भ में करेंगे। तब तक  लिए आप सभी को मेरा नमस्कार। 

Wednesday, 17 June 2020

8. Subject - Person


प्रिय पाठकों
नमस्कार।

पिछले ब्लॉग में आपने सब्जेक्ट के नंबर  (Subject-number) अर्थात वचन के बारे में जाना।  आज के ब्लॉग में हमारी चर्चा का विषय होगा पर्सन ऑफ़ द सब्जेक्ट (Subject-person) अर्थात कर्ता का पुरुष। अंग्रेज़ी भाषा में कर्ता को निम्न तीन पुरुषों अर्थात persons में विभाजित किया गया है जो निम्नलिखित हैं :

    1.    First Person Subject        ( प्रथम वचन कर्ता )

    2.    Second Person Subject   ( द्वितीय वचन कर्ता )

    3.    Third Person Subject      ( तृतीय वचन कर्ता )


First Person Subject में कर्ता:
                            "I" और  "We" होते हैं। 

Second Person Subject में कर्ता:
                            "You" होता है। 

Third Person Subject में कर्ता:
                            "He, She, They, It," और  
                            Noun words जैसे "Ram, Sita, Hanuman, Mohan,              
                                      Ali, The Himalayas, India, Tiger, Animals,     
                                      Animal, Birds" इत्यादि  होते हैं।

निम्न तालिका के माध्यम से Sentence में Subject, Subject number और Subject person को समझाया गया है।

The following table illustrates Subject, Subject number and Subject Person in Sentences.  


Sr No.

              Sentence

  Subject

Subject Number

Subject Person

01

I write a letter.

I

Singular

First Person

02

We went to Agra.

We

Plural

First Person

03

You know him personally.

You

Singular

Second Person

04

He will see you.

He

Singular

Third Person

05

She sang a song.

She

Singular

Third Person

06

Ram told a story.

Ram

Singular

Third Person

07

They helped us in many ways. 

They

Plural

Third Person

08

Laptops work very fast.

Laptops

Plural

Third Person

09

Lions roar loudly.

Lions

Plural

Third Person

10

The cow gives us milk.

Cow

Singular

Third Person

11

It is raining outside.

It

Singular number dummy subject.

 Third Person


 
अगले ब्लॉग में हम Subject पर चर्चा को आगे बढ़ाएंगे। 

           तब तक के लिए आप सभी को मेरा नमस्कार।

Thursday, 11 June 2020

7. Subject - An Introduction with reference to number


प्रिय पाठकों
नमस्कार।
 

इससे पहले कि मैं आपके सामने Active-Passive Voice बनाने के नियम रखूँ मुझे लगता है कि हमें थोड़ी सी चर्चा  Subject अर्थात कर्ता पर भी कर लेनी चाहिये। अतः आज मैं आपको Subject जिसे हिंदी में कर्ता कहा जाता है के बारे में कुछ बातें बताना चाहूंगा। यदि मुझसे पूछा जाए कि कर्ता किसे कहते हैं तो मैं कहूंगा कि Subject अथवा कर्ता से तात्पर्य उन शब्द या शब्दों से होता है जिनके बारे में वाक्य में मुख्य रूप से बात की जाती है। जैसे कि  "He is my brother." में "He" के बारे में बात की जा रही है तो यहाँ पर इस वाक्य का Subject "He" को माना जाएगा।  इस बात को थोड़ा और समझाने का प्रयास करता हूँ। यदि आपसे पूछा जाये "What is this?" और आपका उत्तर हो "This is a pen." तो आप देखते हैं कि इस वाक्य में "This" के बारे में बात हो रही है अतः "This" इस वाक्य का Subject होता है। साथ ही साथ वाक्य में किसी भी कार्य/क्रिया को करने वाले व्यक्ति को भी कर्ता अथवा Subject कहा जाता है। आने वाले समय में जब हम Sentence को "Subject" और "Predicate" के सन्दर्भ में देखेंगे तो Subject का concept अच्छी तरह से समझ में आ जाएगा।  
 
Subject पर बात को आगे बढ़ाते हुए अब मैं यह बताना चाहूँगा कि अंग्रेज़ी में कर्ता (Subject) को दो वचनों (numbers) में विभाजित किया गया है। कर्ता (Subject) के वचन (number) से मेरा तात्पर्य कर्ता की संख्या अथवा क्रिया को करने वाले व्यक्ति अथवा व्यक्तियों की संख्या से है। जैसे कि यदि किसी वाक्य में कर्ता की संख्या एक हो या फिर वाक्य में दी गई क्रिया को करने वाले व्यक्ति के संख्या एक हो तो ऐसे वाक्य का कर्ता एक वचन (सिंगुलर नंबर/singular number) का कहलायेगा  है और यदि वाक्य में कर्ता की संख्या एक से अधिक हो या फिर वाक्य में दी गई क्रिया को करने वाले व्यक्तियों की संख्या एक से अधिक हो तो ऐसे वाक्य का कर्ता बहुवचन (प्लुरल नंबर/ plural number) का कहलायेगा। अब आइये निम्न उदाहरण के द्वारा भी कर्ता के वचन  (Subject number) को समझने का प्रयास करते हैं -
 
                         1.    कालिदास भारत के एक महान कवि है। 
                                Kalidas is a great poet of India.

                        2.     राम एक पत्र लिखता है। 
     Ram writes a letter.

उपरोक्त उदाहरण संख्या 1 के वाक्य में कालिदास के बारे में बात की गई है तथा "कालिदास" संख्या की दृष्टि से एक ही व्यक्ति को इंगित करता है अतः यहाँ पर हमारा कर्ता एक वचन का है। इसी प्रकार से उपरोक्त उदाहरण संख्या 2  के वाक्य में एक पत्र लिखने का कार्य राम के द्वारा किया जाता है अतः "राम" उक्त वाक्य का कर्ता (Subject) कहा जायेगा। यहाँ पर राम किसी एक व्यक्ति का द्योतक है न कि अनेक व्यक्तियों का; अतः इस वाक्य में पत्र लिखने का कार्य करने वाला केवल एक ही व्यक्ति है।  इस प्रकार से हम कहेंगे कि दिए गए वाक्य ( राम एक पत्र लिखता है। / Ram writes a letter.) में एक वचन का कर्ता (singular number subject) है। अब आइये बहुवचन कर्ता (plural number subject) को निम्न उदाहरण के द्वारा समझने का प्रायक करते हैं -
 
उन्होंने रामायण पढ़ लिया है। 
                  They have read the Ramayan.

उपरोक्त वाक्य में रामायण को पढ़ने का कार्य "They" के द्वारा किया गया है अतः "They" उक्त वाक्य का कर्ता (Subject) कहा जायेगा। यहाँ पर "They" अनेक व्यक्तियों का द्योतक है न कि किसी एक व्यक्ति का;  अतः इस वाक्य में रामायण को पढ़ने का कार्य करने वाले व्यक्तियों की संख्या एक से अधिक है। इस प्रकार से हम कहेंगे कि दिए गए वाक्य (उन्होंने रामायण पढ़ लिया है। They have read the Ramayan.) में  बहुवचन का कर्ता (plural number subject) है।
 
इस प्रकार से ऊपर हमने देखा कि English Language में Subject, Singular number और Plural number में होते हैं। He, She, It, I, Lion, Ram, Sita, Faiz इत्यादि का प्रयोग Singular number subject के रूप में होता हैं जबकि They, We, Lions, Cats, इत्यादि Plural number subject के रूप में प्रयोग किये जाते हैं।
 
प्रिय पाठकों "Subject" पर चर्चा अभी समाप्त नहीं हुई है। पर्सन, जेंडर एवं विभिन्न cases (Subjective Objective and Possessive) के सन्दर्भों में आगे अभी इस पर चर्चा होनी बाकी है। और हाँ मैं भूला नहीं हूँ कि English Language "Back Bone" पर हमारी चर्चा अभी अपूर्ण है जिसे मैं उचित समय पर फिर से हाथ लगाउंगा । अगले ब्लॉग में मैं Subject के अन्य अवयवों पर discussion को आगे बढ़ाऊंगा ।
 
तब तक के लिए आप सभी को मेरा नमस्कार । 

Tuesday, 9 June 2020

6.EXERCISE 1

         प्रिय पाठकों 
आप सभी को मेरा अभिवादन।
 

पिछले ब्लॉग में मैंने "मेमोरी ब्रशिंग अप" का प्रयास किया था और अपने वादे के मुताबिक आज मैं आपके सामने अंग्रेज़ी भाषा के उस हिस्से को रखने जा रहा हूँ जिसे मैं अंग्रेज़ी के रीढ़ की हड्डी (Back Bone) की संज्ञा देता हूँ। इस हिस्से को मैं आपके सामने सूत्र रूप में रखूंगा जिसे थोड़े से परिश्रम के साथ धारण करके आप बहुत ही कम समय में अंग्रेज़ी सीखने के उस स्तर पर  आसानी से पहुंच सकते हैं  जहाँ पहुँचने में सामान्यतः लोगों को कई महीने और कई बार तो साल-साल भर का समय लग जाता है। सूत्र रूप में व्याकरण को धारण करना वैसे ही है जैसे कि गणितीय पहाड़ो को धारण करना। एक बार आपने पहाड़ों को धारण कर लिया तो जीवन भर के लिए गणित की अनेकों व्यावहारिक एवं किताबी संक्रियाएँ सरल, सहज एवं अल्प समय लेने वाली हो जाती हैं। आप बाज़ार में वस्तुओं एवं सेवाओं के क्रय-विक्रय से लेकर ऑफिस के कार्यों तक में इसी गणित के पहाड़े का उपयोग सतत एवं अबाध रूप से करते रहते हैं। जब प्रारम्भिक विद्यालयी जीवन में आपको पहाड़ा याद कराया जाता है तो आप पहाड़े के नियम एवं इसके उपयोग से अनभिज्ञ होते हैं परन्तु आने वाले समय में आप नियम एवं उपयोग दोनों को ही समझ लेते हैं। कुछ ऐसा ही स्वरुप अंग्रेज़ी के इन सूत्रों का भी होगा जिसे मैं आगे आपके समक्ष रखने वाला हूँ। आपको पूर्ण धैर्य के साथ इन सूत्रों को अपनाना एवं धारण करना है और इसके लिए एक मात्र तरीका अभ्यास करना है। समय-समय पर आप मेरे साथ englishfornation@gmail.com  या फिर  मेरे ब्लॉग के माध्यम से अभ्यास कर सकते हैं। आइये अब आप निम्न तालिका के माध्यम से अंग्रेज़ी सूत्रों के पहले भाग (Section A) पर दृष्टिपात कीजिये एवं इसे धारण करने का प्रयास कीजिये।




ऊपर की तालिका में Present, Past एवं Future Tense के सभी active-voice तथा उनके passive-voice उदाहरणों को आपके समक्ष रखा गया है। इन्ही सूत्रों के आधार पर अब आपको निम्न वाक्यों का हिंदी से अंग्रेज़ी तथा Active-Passive उपरोक्त तालिका की ही भांति सभी tenses में बनाना चाहिए।


1. मैं एक आम खाता हूँ। [{(subject- I), (Object- a mango)},
                                  {Verb- eat (I form)/ ate (II form)/ eaten (III form)}]

2. तुम एक पुस्तक पढ़ते हो। [{(subject- You), (Object- a book)},
                                       {Verb- read (I form)/ read (II form)/ read (III form)}]

3. हम एक चित्र देखते हैं। [{(subject- We), (Object- a picture)},
                                    {Verb- sea (I form)/ saw (II form)/ seen (III form)}]

4. वे अनेकों वृक्ष लगाते हैं। [{(subject- They), (Object- many trees )},
                                     {Verb- plant (I form)/ planted (II form)/ planted (III form)}]


अगली बार मैं आपके सामने उपरोक्त वाक्यों की तीनों कालों के सन्दर्भ में Active-Passive तालिका प्रस्तुत करूँगा।

और हाँ अंग्रेज़ी रीढ़ के दो बड़े हिस्से (B and C) अभी आपके सामने रखना बाकी है जिसे मैं आने वाले समय में अवश्य करूँगा।


तब तक के लिए आप सभी को मेरा नमस्कार।





Thursday, 4 June 2020

5.Brushing Up Your Memory

प्रिय पाठकों
नमस्कार।

आप सभी का English for Nation Blog Platform पर एक बार फिर से स्वागत एवं अभिनन्दन है। आशा करता हूँ आप सभी स्वस्थ एवं सुरक्षित होंगे।  आप सभी से यह निवेदन करते हुए कि स्वयं सहित अपने परिवारों एवं अपने समाज को कोरोना वायरस जनित बीमारी से बचाने के लिए भारत सरकार की ओर से जारी किये गए सभी दिशा निर्देशों का नियमतः पालन करें, मैं आज English Grammar के उन सामान्य नियमों को आपके समक्ष रखूँगा जिससे आप निश्चित रूप से पहले से ही परिचित होंगे। निम्न तालिका के माध्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत किये गये इन नियमो को रखने का एक मात्र उद्देश्य यह है कि यदि किसी कीं स्मृति पटल पर विस्मृति की धूल जम गयी हो तो उसे दूर किया जा सके जिससे आगे आने वाली चीज़ो को स्पष्टता से समझा जा सके।  

अगले ब्लॉग में मैं आपको उस विषय से परिचित कराऊंगा जिसे मैं अंग्रेज़ी के सन्दर्भ में रीढ़ हड्डी के रूप में देखता हूँ और जिसे यदि आप धारण कर  लेते हैं तो अप्रत्याशित  रूप से बहुत ही काम समय में  आप स्वयं से इंग्लिश सेंटेंस एवं पैराग्राफ लिखने में सक्षम हो जायेंगे। अनुवाद (हिंदी-अंग्रेज़ी) एवं एक्टिव-पैसिव वॉइस की कोई भी  संरचनागत समस्या आपके सामने नहीं आएगी।    

आज के लिए इतना ही।  अब मुझे ब्लॉग पेज से जाने की अनुमति दीजिये। 

नमस्कार। 









4.An Introduction to "English for Nation" in Hindi


प्रिय पाठकों!
सादर नमस्कार।


आप सभी का इंग्लिश फॉर नेशन  के ऑनलाइन प्लेटफार्म पर हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत है. मैं आपको बताना चाहूंगा कि यह प्लेटफार्म अकादमिक गतिविधियों  के माध्यम से राष्ट्र एवं समाज की सेवा के उद्देश्य से बनाया गया है. कई बार ऐसा देखा गया है कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र एवं छात्राएं सिर्फ अंग्रज़ी में कमजोर होने के कारण  से असफल हो जाते हैं और अपनी मंजिल तक नहीं पहुँच पाते। अतः इस प्लेटफार्म का एक उद्देश्य तो उन लोगो के लिए काम करना है जो विभिन्न कारणो से अँग्रेज़ी भाषा एवं व्याकरण में पिछड़ गये हैं। कार्यक्षेत्र के इस हिस्से को "Language and Grammar" कहना उचित होगा।

इस प्लेटफार्म का दूसरा उद्देश्य साहित्य के क्षेत्र में कार्य करना है। इस क्षेत्र में यह प्लेटफार्म  English Literature, Literature in English, Literature translated into English एवं Literary Theories पर काम करेगा। साहित्य, आलोचना एवं साहित्य के सिद्धांत की दुनिया में काम करने वाले लोगो को ध्यान में रखते हुए इस कार्य क्षेत्र का चयन किया गया है। इस कार्यक्षेत्र को "Language, Literature and Theory" की संज्ञा दी जा सकती है। 

"कला, संस्कृति एवं समाज" इंग्लिश फॉर नेशन  का तीसरा कार्य क्षेत्र होगा। इसके अंतर्गत कला के विविध रूप, संस्कृति के विभिन्न आयाम एवं समाज के विभिन्न पहलुओं पर अकादमिक दृष्टिकोण से विषय रखे जाएंगे। इस कार्यक्षेत्र को "Art, Culture and Society" के नाम से सम्बोधित किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण समझे जाने वाले किसी भी विषयवस्तु का इस प्लेटफार्म के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया जा सकता है। 

Tuesday, 2 June 2020

3.English for Nation: An Introduction




The online platform of English for Nation has the objective of serving the nation through different possible ways in academia and knowledge sharing. One of the objectives of this platform is to provide academic assistance in English to those students/people who come with weak background of English language and grammar that leaves them unsuccessful at different stages of life. Many a time we come across candidates preparing for civil services who score very good marks in their optional subjects and general studies’ papers but due to weak English they finally fail to clear their exams. The similar problem has been observed in case of candidates appearing in other branches of competitive exams such as SSC, Banking, and Railways etc. So the present platform’s one objective is to work for society by strengthening students in English language and grammar. The platform is not going to ignore the domain of literature. English Literature, Literature translated into English and Literature written in English will find their places as per their significance and whenever required on the stage of English for Nation. The section of literary theories is obviously included in this domain. Thus the second objective of the platform is to share knowledge in "Literature and Theory." Themes concerning culture and society according to their importance and need will also be taken up through the platform of English for Nation from time to time and this foregrounds the third objective of the platform as "Culture and Society." Besides the aforementioned themes the present platform may come ahead with any theme/topic/issue deemed to be of social and national importance.

 

Thus the broader categories under which the platform proposes to serve the society are

 

1.Language and Grammar, 2. Literature and Theory, 3. Culture and Society.